दोस्तों On Page SEO में जब तक Google Canonical Tag SEO की चर्चा ना की जाये तब तक आपकी वेबसाइट की On Page SEO पूरी पूरी फीकी पड़ जाएगी। क्युकी यह SEO में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसको जानने  से पहले चलिए हम जान लेते है की आखिर ये Canonical Tag होता क्या है ?

Google Canonical Tag क्या है ? (What is Google Canonical Tag)

 Google Canonical Tag क्या है ?, Canonical लिंक एक HTML Code होता है। जो गूगल को duplicate कंटेंट को पहचाने में मदद करता है  जो Google Bot को बतलाता है की यह Webpage Original है इसलिए आप इस पेज को जल्दी से अपने Google बाबा में index  कर लो। 😻 और ranking facter में इसी वेबपेज को सबसे ज्यादा क्रेडिट दो। 

canonical tag google

दोस्तों कई होता क्या है की एक ही Content के कई सारे Webpage (URL) हो जाते है। जैसे की -

  1. https://google.com
  2. http://google.com 
  3. https://www.google.com

कई बार तो एक ही URL का कई सारे Alternate URL बन जाते है जैसे की -

  1. https://mind3t.blogspot.com
  2. https://mind3t.blogspot.com?m=1

तो दोस्तों इसमें होता क्या है की जो Google का Bot (Crowler) होता है वह इन सभी यूआरएल को अलग अगल वेबपेज के रूप में मानता है तो ऐसे में google का bot कंफ्यूज हो जाता है हैं 😏 इन सभी वेबपेज पर same  contetn  है तो में अपने गूगल बाबा में इंडेक्स किसको करू। और मान लो में इंडेक्स कर भी लेता हु तो इन वेबपेज की रैंकिंग पोजीशन कैसे दूंगा। मतलब में अपने गूगल बाबा के सर्च इंजन में पहला स्थान किसको दूंगा। 

मेरे कहने का मतलब दोस्तों यह है की कई बार एक ही वेबपेज के कई सरे डुप्लीकेट वेबपेज बन जाते है इससे Google का Bot कंफ्यूज हो जाता है की इसमें ओरिजिनल वेबपेज कौन सा है जिससे गूगल अपने सर्च इंजन में एक भी वेबपेज को रैंक नहीं कर पता है।  

इसी प्रॉब्लम को ठीक करने के लिए canonical tag (rel = canonical ) का Use किया जाता है जिसकी खोज 2009 में google, yahoo और bing द्वारा किया गया।

इस Attribute का use जिस भी यूआरएल के साथ किया जाता है गूगल का Bot उसी को ओरिजिनल पेज मानता है और उसी को सर्च इंजन में रैंक करता है।

चलिए हम एक example के द्वारा समझते है मान लीजिये ये चार वेबपेज है जिसका यूआरएल 

  1. https://example1.com
  2. https://example2.com
  3. https://example3.com
  4. https://example4.com

इन सभी वेबपेज पर content same है तो गूगल समझ नहीं पायेगा की हमें रैंक किसे करना है। तो ऐसे में अगर आप इन सभी वेबपेज में

का use करते है तो गूगल को पता चल जायेगा की पहला वेबपेज ही ओरिजिनल है और हमें इसी को रैंक करना है। 

कहने का मतलब है की हम इस  टैग के द्वारा गूगल को एक सिग्नल देते है की ओरिजिनल वेबपेज कौन सा है 


Google Canonical Tag कैसा होता है और वेबपेज में कैसे जोड़ा जाता है। 

 canonical tag example जैसा की दोस्तों मैंने बताया की canonical tag एक html code होता है जो html फॉर्मेट में होता है।जैसे की -

<link href='https://mind3t.blogspot.com/' rel='canonical'/>

इसमें आप देख सकते है की इसमें एक यूआरएल भी दिया गया है। और साथ में rel="canonical" एट्रीब्यूट का use किया गया है जिससे गूगल के bot को पता लग जाता है की यह यूआरएल जिस भी वेबपेज का है वही ओरिजिनल वेबपेज है आप जल्दी से अपने गूगल बाबा में इसे इंडेक्स करा दो और बाकि वेबपेज को छोड़ दो या गूगल सर्च रैंकिंग में  मेरे वेबपेज से निचे रखना। 

rel Canonical Tag का use Webpage के head सेक्शन में किया जाता है जैसा के आप इमेज में देख सकते है 

how to add canonical tag in blogger

सबसे पहले आप अपने वेबपेज में चेक कर ले की आखिर हमारे वेबपेज में कैनोनिकल टैग लगा है की नहीं। Wordpresss का भी same तरीका है चेक करना का।  चेक करने के लिए निम्न स्टेप को फॉलो करे। 

  1. सबसे पहले अपने वेबपेज में चले जाये 
  2. अब कीबोर्ड से Ctrl + U Press करे 
  3. और जो मोबाइल use करते है वो यूआरएल बार में view-source:https://अपने डोमेन / लिख सर्च करे। 

    canonical tag

  4. फिर कैनोनिकल टैग को find करे अगर होगा तो कोई बात नहीं, नहीं होगा तो निचे दिए गए स्टेप को फॉलो करे। 

अब चलिए देखते है की कैनोनिकल टैग ब्लॉगर की साइट में कैसे ऐड करते है। 

  1. सबसे पहले आप अपने ब्लॉगर के HTML Editer में चले जाये 
  2. अब अपने कीबोर्ड से Ctrl + F प्रेस करे और <b:includable id='theme-head'> को लिख कर सर्च करे और इसी के ठीक निचे निचे दिए गए कोड को पेस्ट कर दे जैसा की इमेज में भी देख सकते है। 
<link expr:href='data:view.url.canonical' rel='canonical'/>

canonical link



how to add canonical tag in wordpress

Wordpress में canonical tag add करना बहुत ही आसान है इसके लिए आप Yoast SEO Plugin का use कर सकते है जैसा की इमेज में दिया गया है। 

canonical tag
Source:bloggingos.com


अब आप इसमें अपने main वेबपेज url को ऐड कर सकते है जिस पेज को आपको गूगल सर्च में रैंक करना है और इस प्रॉब्लम इस बच सकते है  

My Opinion

जैसा की आपको पता चल गया होगा की Google Canonical Tag क्या है ? और इसका उपयोग क्यों किया जाता है Canonical Tag के बहुत सरे फायदे भी जैसे की आप Google search Engine में थोड़ा सा इम्प्रोव भी कर सकते हो और dulicate कंटेंट से बच सकते है। जो google search console में duplicate कंटेंट का error आता है।